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कब और किसने किया कंप्यूटर का आविष्कार, किसे कहा जाता है कंप्यूटर का जनक

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya Tha: आज इस लेख में आप जानेंगे कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया। आज के समय में पूरी दुनिया में कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है। कंप्यूटर आज हमारे जीवन की दैनिक आवश्यकता बन गया है। लोग अपने सभी छोटे-छोटे कामों को करने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं। कंप्यूटर के आविष्कार के बाद से पूरी दुनिया बदल चुकी है। आज कंप्यूटर चाहे सरकारी बैंक हो या प्राइवेट ऑफिस, आप इसे हर जगह देख पाएंगे, आप अपने किसी भी प्रकार का डेटा कंप्यूटर में स्टोर कर सकते हैं। आप इंटरनेट से अलग-अलग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कंप्यूटर ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। बड़ी से बड़ी समस्या को भी मिनटों में हल किया जा सकता है। कंप्यूटर एक ऐसा उपकरण है जो दो चीजों से चलता है, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर।

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए इनपुट को संसाधित करता है और परिणाम के रूप में जानकारी प्रस्तुत करता है। कंप्यूटर के बिना आज के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। आज जीवन के हर क्षेत्र में सभी कार्य कंप्यूटर द्वारा किए जाते हैं। कंप्यूटर शब्द लैटिन भाषा के शब्द से बना है। जिसका अर्थ है गणना करना। शुरुआत में जिन कंप्यूटरों का आविष्कार किया गया था, वे केवल गणना करने तक ही सीमित थे। जिसके कारण कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहा जाता है।

आपको बता दें कि कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं। विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों का उपयोग किया जाता है। कंप्यूटर में कई प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम भी होते हैं, लेकिन मुख्य ऑपरेटिंग सिस्टम जो उपयोग किया जाता है वह विंडो, मैक और लिनक्स है। हमारे घरों में जो कंप्यूटर होता है उसमे विंडो इस्तेमाल होता है। आप भी कंप्यूटर का इस्तेमाल करते होंगे। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? कई प्रकार के कंप्यूटरों के अनुसार उनकी कार्य करने की क्षमता भी भिन्न होती है। और कंप्यूटर में मौजूद ये पुर्जे किसी एक व्यक्ति ने नहीं बल्कि अलग-अलग लोगों ने मिलकर बनाए हैं। तो कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया। इसका सीधा जवाब देना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

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लेकिन कई लोगो का यह भी मानना हैं कि 1622 में टिम क्रैनमर द्वारा बनाया गया अबेकस (Abacus) दुनिया का पहला कंप्यूटर था। लेकिन आज हम जिस कंप्यूटर का इस्तेमाल कर रहे हैं वह चार्ल्स बैबेज के प्रयासों से ही मुमकिन हो सका है।

वैसे तो कंप्यूटर के क्षेत्र में कई वैज्ञानिकों ने अपनी भूमिका दी है जैसे पर्सनल कंप्यूटर का आविष्कार जॉन ब्लैंकेनबेकर (John Blankenbaker) ने किया जबक एडम ओसबोर्न (Adam Osborne) ने लैपटॉप का आविष्कार किया।

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लेकिन चार्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। इसीलिए चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक भी कहा जाता है, तो आइए आज का लेख शुरू करते हैं। जिसमें आप विस्तार से जानेंगे कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था।

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya Tha

Included

  • कंप्यूटर क्या हैं?
  • कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था
  • इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
  • प्रोग्रामेबल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
  • कमेरिकल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
  • इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
  • पर्सनल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
  • पर्सनल डेस्कटॉप कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
  • लैपटॉप का आविष्कार किसने किया?
  • सुपर कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?
  • भारत का पहला कंप्यूटर कहाँ लगाया गया था?
  • भारत में कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?
  • भारत का सुपर कंप्यूटर कौन सा है और किसने बनाया?
  • कंप्यूटर की पीढ़ी
  • कंप्यूटर के आविष्कार से जुड़े कुछ तथ्य
  • जरुरी बाते

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya Tha

कंप्यूटर क्या हैं?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। यह एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसे हम कोई इनपुट देते हैं तो यह आउटपुट से हमारे सवालों का जवाब देती है। कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहा जाता है। संगणक का मतलब किसी भी चीज की गणना या कैलकुलेट करना है।

कंप्यूटर से हम किसी के बारे में जान सकते हैं। अगर हम दुनिया की किसी भी न्यूज़ या किसी चीज के बारे में जानना चाहते हैं तो हम कंप्यूटर से बहुत आसानी से जान सकते हैं। जब कंप्यूटर बनाया गया था तो इसका आकार एक कमरे जितना बड़ा था। लेकिन समय बीतने के साथ, कई आविष्कारों के साथ, आज हमारे पास छोटा कंप्यूटर उपलब्ध है।

जब भी कंप्यूटर की बात करते हैं तो अक्सर यह सवाल मन में आ जाता है कि इतने उपयोगी और एडवांस डिवाइस का आविष्कार किसने किया? गणितज्ञ और आविष्कारक, सबसे पहले एक इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार चार्ल्स बैबेज ने किया। जिसे दुनिया का पहला कंप्यूटर भी माना जाता है।

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था

कंप्यूटर बनाने की शुरुआत चार्ल्स बैबेज ने 1830 के समय में की थी। उन्होंने एक एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) बनाने की प्लानिंग बनाई थी जो कंप्यूटर की फील्ड में एक शुरुआत थी।

फिर उन्होंने इस डिवाइस के लिए काम करना स्टार्ट किया और सन 1822 में उन्होंने डिफरेंस इंजन का आविष्कार किया। जिसे पहला प्रोग्रामेबल कंप्यूटर माना जाता है।

1833 में, चार्ल्स बैबेज ने एनालिटिकल इंजन का आविष्कार किया, जो एक सामान्य प्रयोजन का कंप्यूटर था। लेकिन पैसे की कमी के कारण, वह इस काम को पूरा नहीं कर सके। 1871 में चार्ल्स बैबेज की मृत्यु हो गई।

इसके बाद 40 वर्ष बाद 1888 में चार्ल्स बैबेज के बेटे हेनरी बैबेज ने इस काम को पूरा किया। एनालिटिकल इंजन हर तरह की कैलकुलेशन करता था।

ABC (एटानासॉफ-बेरी कंप्यूटर) का आविष्कार 1937 में जॉन विंसेंट एटानासॉफ और क्लिफोर्ड बेरी ने किया था। जिसका उपयोग कई गणना करने के लिए किया जाता था।

फिर 1938 में पहला प्रोग्रामेबल कंप्यूटर z1 नाम से बनाया गया। जिसे डिजाइन कॉनराड जूस (Conrad Juice) द्वारा किया गया था।

1945 में जे. प्रेस्पर एकर्ट और जॉन मौचली ने दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) का आविष्कार किया था।

फिर 23 दिसंबर 1947 को ट्रांजिस्टर का आविष्कार विलियम शॉक्ले, जॉन बार्डीन और वाल्टर हाउसर ब्रेटेन ने किया। जो कंप्यूटर के क्षेत्र में बहुत उपयोगी साबित हुआ। ट्रांजिस्टर के आने के बाद कंप्यूटर के आकार में काफी बदलाव होने लगे।

कंप्यूटर को रखने के लिए एक पूरे कमरे की आवश्यकता होती थी। ट्रांजिस्टर के आविष्कार के बाद उस कंप्यूटर का आकार भी कम कर दिया गया। जिसे आसानी से संभाला जा सकता था।

एड रॉबर्ट (Ed Roberts) द्वारा दुनिया का पहला पर्सनल कंप्यूटर, Altair 8800 1975 में पेश किया गया था। पर कई लोगों द्वारा सन 1971 में लॉन्च किया गया Kenbak-I (केनबैक -I) कंप्यूटर, दुनिया का पहला पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer) माना जाता है।

इस कंप्यूटर के लॉन्च के साथ ही कंप्यूटर क्षेत्र में एक नया पर्सनल कंप्यूटर लॉन्च हुआ। जिसे आज हम शॉर्ट-फॉर्म में PC कहते हैं।

क्योंकि कंप्यूटर का आकार बड़ा था और एक जगह से दूसरी जगह इसे नहीं ले जाया जा सकता था और न ही बिजली के बिना इसका इस्तेमाल किया जा सकता था। इस कमी को पूरा करने के लिए एडम ओसबोर्न ने 1981 में पहले लैपटॉप का आविष्कार किया था।

लैपटॉप के लिए अलग से परिधीय उपकरणों की आवश्यकता नहीं थी, लेकिन इसमें पहले से ही टचपैड, कीबोर्ड, माउस, स्पीकर, माइक्रोफोन की सभी विशेषताएं थीं। इसलिए बाजार में लॉन्च होते ही इसने काफी सफलता हासिल की।

जब इसे पहली बार बाजार में उतारा गया था, तब लैपटॉप की कीमत 795 डॉलर थी। लेकिन इसकी ऊंची कीमत के बाद भी कई लोगों ने इसे खरीदा।

इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार 1945 में जॉन विंसेंट अटानासॉफ, जे. प्रेस्पर एकर्ट और जॉन मौचली ने किया था। इसे बनाने और डिजाइन करने का पूरा खर्च अमेरिकी सेना ने वहन किया। उन्होंने पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय में ENIAC (इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर) का आविष्कार किया। करीब 1800 वर्ग फुट में यह कंप्यूटर फैला हुआ था। 200 kW बिजली, लगभग 70000 राजिस्टर्स, 10000 कैपेसिटर और 18000 वैक्यूम ट्यूब लगे हुए थे।

प्रोग्रामेबल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

1938 में, जर्मन सिविल इंजीनियर, कोनराड ज़ूस ने दुनिया का पहला फ्रीली प्रोग्रामेबल बाइनरी ड्रिवेन मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया। उन्होंने इसे Z1 नाम दिया है। कई लोग कोनराड ज़ूस को आधुनिक कंप्यूटर का जनक भी मानते हैं।

कमेरिकल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

1951 में दुनिया के पहले कमर्शियल कंप्यूटर का आविष्कार किया गया था। जिसका नाम UNIVAC रखा गया था। UNIVAC का पूरा नाम “यूनिवर्सल ऑटोमेटेड कंप्यूटर” था। कमेरिकल कंप्यूटर को इंडस्ट्रियल कंप्यूटर भी कहा जाता है। यह पहला व्यावसायिक कंप्यूटर था जो संख्यात्मक और वर्णानुक्रम दोनों को प्रबंधित करने में सक्षम था। इसे जॉन मौचली और जे. प्रेस्पर एकर्ट ने डिजाइन किया था।

इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार डॉ.जॉन वी. अटानासॉफ और क्लिफोर्ड बेरी ने 1937 में किया था। उन्होंने इसका नाम एटानासॉफ-बेरी कंप्यूटर (एबीसी) रखा।

पर्सनल कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

पर्सनल कंप्यूटर को वर्ष 1975 में पेश किया गया था। यह एड रॉबर्ट थे जिन्होंने पहली बार “पर्सनल कंप्यूटर” और पीसी की दुनिया के सामने 3 नवंबर 1962 को पेश किया था जब अल्टेयर 8800 को पेश किया गया था।

पर्सनल डेस्कटॉप कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

पूरी दुनिया में पहला डेस्कटॉप पर्सनल कंप्यूटर 1964 में इतालवी कंपनी ओलिवेटी द्वारा बनाया गया था। उन्होंने इसकी कीमत 3,200 डॉलर रखी थी। जो आज के हिसाब से करीब 2 लाख रुपए है। 1985 में अटारी कॉर्पोरेशन ने 520ST कंप्यूटर बनाया। यह एक 32-बिट रंगीन कंप्यूटर था। जिसमें 256 केबी रैम और एक 3 1/2-इंच फ्लॉपी डिस्क थी जो भंडारण के रूप में कार्य करती थी।

लैपटॉप का आविष्कार किसने किया?

लैपटॉप का आविष्कार एडम ओसबोर्न ने 1981 में किया था। पहले लैपटॉप का नाम “ओस्बोर्न 1” रखा गया था। जिसका नाम इसके आविष्कारक के नाम पर रखा गया था। उस समय इसकी कीमत लगभग 1500 डॉलर थी। इसमें इसके कई प्रोग्राम पहले से इंस्टॉल थे और इसमें एक छोटी कंप्यूटर स्क्रीन भी बनाई हुई थी।

सुपर कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?

सुपर कंप्यूटर वे कंप्यूटर कहलाते हैं जिनकी कार्य करने की क्षमता बहुत उच्च स्तर पर और बहुत तेज होती है। इन कंप्यूटरों में हजारों प्रोसेसर होते हैं। जिससे इसकी कार्य करने की गति सबसे अधिक और सबसे तेज होती है। सुपर कंप्यूटर का उपयोग विशेष रूप से वैज्ञानिक या इंजीनियरिंग क्षेत्र के काम के लिए किया जाता है। आमतौर पर इन कंप्यूटरों का इस्तेमाल घर या ऑफिस में नहीं किया जाता है।

इन कंप्यूटरों को विशेष रूप से विज्ञान के क्षेत्र में सबसे कठिन समस्याओं को हल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सुपरकंप्यूटर को पहली बार 1960 में सीमोर रोजर क्रे द्वारा पेश किया गया था। इस सुपर कंप्यूटर का नाम CDC 6600 था। इस कंप्यूटर का आविष्कार कण्ट्रोल डाटा कारपोरेशन और क्रे रिसर्च ने किया था। सीमोर क्रे ने इस कंप्यूटर के डिजाइन पर 1920 से काम करना शुरू किया था। जिसमें स्पेरी रैंड भी उनके साथ थे।

भारत का पहला कंप्यूटर कहाँ लगाया गया था?

पहला कंप्यूटर भारत में 1952 में कोलकाता में भारतीय विज्ञान संस्थान में डॉ. द्विजिश दत्ता द्वारा लाया गया था। यह एक एनालॉग कंप्यूटर था। 1956 में, कोलकाता भारतीय विज्ञान संस्थान के अंदर डिजिटल कंप्यूटर HEC-2M स्थापित किया गया था। यह भारत का पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था। फिर 1958 में भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता में “URAL” नाम का एक कंप्यूटर लगाया गया जो आकार में HEC-2M से बड़ा था। इस कंप्यूटर को रूस से खरीदा गया था और वर्ष 1964 में इन दोनों कंप्यूटरों को बंद कर दिया गया था। क्योंकि उस समय आईबीएम ने भारतीय सांख्यिकी संस्थान कोलकाता में अपना पहला कंप्यूटर आईबीएम 1401 स्थापित किया था। जो आईबीएम 1400 श्रृंखला का पहला कंप्यूटर था जो डेटा प्रोसेसिंग सिस्टम कंप्यूटर था।

भारत में कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?

1966 में, भारत के दो संस्थानों, भारतीय सांख्यिकी संस्थान और जादवपुर विश्वविद्यालय ने मिलकर भारत में पहला कंप्यूटर बनाया, इसका नाम ISIJU रखा गया। HEC-2M और ISIJU के बीच एक अंतर था URAL HEC-2M था और URAL दोनों वैक्यूम ट्यूब कंप्यूटर थे जबकि ISIJU एक ट्रांजिस्टरकृत कंप्यूटर था।

भारत का सुपर कंप्यूटर कौन सा है और किसने बनाया?

भारत का पहला सुपर कंप्यूटर ‘परम 8000’ था। PARAM का पूर्ण रूप “Parallel Machine” है। इस कंप्यूटर को 1991 में सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) द्वारा विकसित किया गया था। इसमें आर्किटेक्ट विजय पी. भाटकर का बड़ा योगदान था। उन्होंने वर्ष 1991 में परम 8000 और वर्ष 1998 में परम 10000 बनाया।

कंप्यूटर की पीढ़ी

कंप्यूटर की पीढ़ी की बात करें तो आज तक कंप्यूटर की कुल पांच पीढ़ियां हो चुकी हैं। हमें यह भी समझना चाहिए कि इन पांच पीढ़ियों में कंप्यूटर का विकास कैसे हुआ। ये पांचों पीढ़ियां अपने आप में अलग और बेहतरीन साबित हो रही है। आइए इन पीढ़ियों के बारे में समझते हैं।

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी का समय 1946 से 1956 तक माना जाता है। कंप्यूटर को पहली बार इसी समयावधि के भीतर विकसित किया गया था। कंप्यूटर की इस पीढ़ी में कंप्यूटर में डायोड वॉल्व वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता था। ऐसा कहा जाता है कि डायोड वाल्व नामक इस वैक्यूम ट्यूब का आविष्कार सर एम्ब्रोस फ्लेमिंग ने वर्ष 1904 में किया था।

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी 1956 और 1964 के बीच मानी जाती है। कहा जाता है कि इस दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब के स्थान पर ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था। इसके बाद इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जाने लगा।

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी

कंप्यूटर की इस तीसरी पीढ़ी का समय 1964 और 1970 के बीच का माना जाता है। इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में ट्रांजिस्टर के स्थान पर IC यानि इंटीग्रेटेड सर्किट का उपयोग किया जाता था। इस कंप्यूटर में प्रयुक्त IC में ट्रांजिस्टर, रेसिस्टर और कैपेसिटर तीनों एक साथ होते हैं।

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी

इस चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों की समयावधि 1970 से अब तक मानी जाती है। इस जनरेशन में इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटरों में CPU और सेंट्रल प्रोसेसिंग चिप का इस्तेमाल किया जाता था। वर्तमान में हम जितने भी कंप्यूटर का उपयोग करते हैं, वे आम तौर पर इसी पीढ़ी के कंप्यूटर होते हैं। इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में माइक्रोप्रोसेसरों का भी प्रयोग किया जाता था। पहला माइक्रो कंप्यूटर ‘Altair’ Intel-8080 पर आधारित बनाया गया था, जिसकी मेमोरी एक किलोवाट की थी।

कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी

इस पीढ़ी के कंप्यूटर पर वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं कि इस कंप्यूटर में उन सभी प्रक्रियाओं और गुणों को शामिल किया जाएगा जो कंप्यूटर को वर्तमान कंप्यूटर से बेहतर और बेहतर बना सकते हैं।

कंप्यूटर की पीढ़ियों की गणना कंप्यूटर की गति के आधार पर उनकी दक्षता के आधार पर की जाती है।

कंप्यूटर के आविष्कार से जुड़े कुछ तथ्य

  • दुनिया का पहला डिजिटल कंप्यूटर जिसका वजन 27 टन था और इसे रखने के लिए 1800 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता पड़ती थी।
  • पहला कंप्यूटर माउस लकड़ी का बना था, जिससे 1968 में पहली बार इसका इस्तेमाल किया गया था।
  • कंप्यूटर प्रोग्राम में सबसे पहले मशीनी भाषा का प्रयोग किया जाता था।
  • पहला कंप्यूटर वायरस 1971 में बनाया गया था, जिसका नाम क्रीपर था। यह वायरस सिर्फ एक प्रयोग था जिसे यह देखने के लिए बनाया गया था कि यह एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में कितनी तेजी से फैलता है।
  • प्रत्येक महीने पांच हजार से ज्यादा कंप्यूटर वायरस बनते हैं।
  • दुनिया का पहला ईमेल अमेरिका के कैंब्रिज शहर को भेजा गया था। यह ई-मेल एक ही कमरे में रखे दो कंप्यूटरों के बीच भेजा गया था।
  • 1997 में, डीप ब्लू (Deep Blue) नाम के एक आईबीएम सुपरकंप्यूटर ने शतरंज में विश्व शतरंज चैंपियन गैरी कास्परोव को हराया।
  • वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार 1990 में टिम बर्नर्स ली ने किया था।
  • पहला एप्पल कंप्यूटर 1976 में बेचा गया था, जिसकी कीमत $666.6 थी।
  • रूस ने 1936 में एक कंप्यूटर का आविष्कार किया था जो पानी में भी काम करता था।
  • पहली 1GB हार्ड डिस्क 1980 में बनाई गई थी, जिसका वजन 550 पाउंड था।
  • विंडोज प्रोजेक्ट की शुरुआत 1982 में हुई थी और इसका असली नाम इंटरफेस मैनेजर है।

जरुरी बाते

विश्व का सबसे अच्छा सुपर कंप्यूटर किस देश में है ?

चीन के पास दुनिया का सबसे अच्छा सुपर कंप्यूटर है। वर्तमान में चीन में 212 सुपर कंप्यूटर हैं। और कंप्यूटर के प्रदर्शन के अनुसार चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान जैसे देशों में शामिल है।

दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर कौन सा है?

फुगाकू कंप्यूटर जो जापान देश में है उसे दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर माना जाता है। इन कंप्यूटरों का उपयोग लॉकडाउन अवधि में भी कोविड-19 जैसी स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए किया गया था।

सबसे छोटा कंप्यूटर कौन सा है ?

मिशिगन माइक्रो मोड दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर है। इस कंप्यूटर का साइज 2x2x4mm है। इसे यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के शोधकर्ताओं ने बनाया है।

कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Education Research है।

लैपटॉप का फुल फॉर्म क्या है?

लैपटॉप का फुल-फॉर्म लाइटवेट एनालिटिकल प्लेटफॉर्म टोटल ऑप्टिमाइज्ड पावर है।

किस देश के पास है विश्व का सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर?

समिट सुपरकंप्यूटर को दुनिया का सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर माना जाता है। यह कंप्यूटर युनाइटेड स्टेट्स में है। इस कंप्यूटर को रखने के लिए दो बास्केटबॉल कोर्ट जितनी जगह चाहिए।

कंप्यूटर का दिल किसे कहा जाता है ?

CPU को कंप्यूटर का दिल कहा जाता है। इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है क्योंकि इसमें कंप्यूटर का सारा डाटा स्टोर होता है। इसलिए CPU को कंप्यूटर का हार्ट और ब्रेन दोनों कहा जाता है।

कंप्यूटर की माँ किसे कहा जाता है?

Ada Lovelace को मदर ऑफ़ कंप्यूटर के नाम से जाना जाता है। वह 18वीं शताब्दी की पहली महिला कंप्यूटर प्रोग्रामर थीं। जिन्होंने कंप्यूटर प्रोग्रामों के बारे में खोज की और एक कम्प्यूटेशनल एल्गोरिथम लिखने का फैसला किया।

दुनिया का पहला लैपटॉप कब और कहाँ बना था?

पहला लैपटॉप एडम ओसबोर्न ने 1981 में बनाया था। इन लैपटॉप को ओसबोर्न 1 कहा जाता था और इनकी कीमत 1795 डॉलर थी। इन लैपटॉप की स्क्रीन आज के लैपटॉप से ​​काफी छोटी थी।

इंडिया में पहला कंप्यूटर कब और किसके द्वारा बनाया गया था?

भारत में पहला कंप्यूटर 1959 में विक्रम साराभाई ने बनाया था। इन कंप्यूटरों को भारत का पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर कहा जाता है जो भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में बनाए गए थे।

क्या इंसान का दिमाग कंप्यूटर से तेज होता है?

कंप्यूटर और मानव मस्तिष्क दोनों के प्रदर्शन में बहुत बड़ा अंतर है। लॉजिकल और कैलकुलेशन करने के लिए कंप्यूटर सबसे तेज मशीन है।

दूसरी ओर, मानव मस्तिष्क नए विचारों का आविष्कार करने में सबसे तेज है। मस्तिष्क में कल्पना करने की क्षमता सबसे अधिक होती है लेकिन कंप्यूटर में दिए गए निर्देशों को करने की क्षमता अधिक होती है।

कंप्यूटर का सबसे अधिक उपयोग किस देश में किया जाता है?

संयुक्त राज्य अमेरिका में कंप्यूटर का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। इसके बाद जापान, चीन, जर्मनी और यूके टॉप 5 ऐसे देश हैं जिनमें सभी देशों से ज्यादा कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है।

कंप्यूटर की खोज किसने और कब की?

कंप्यूटर बनाने की शुरुआत चार्ल्स बैबेज ने 1830 के समय में की थी। उन्होंने एक एनालिटिकल इंजन बनाने की योजना बनाई थी जो कंप्यूटर के क्षेत्र में एक शुरुआत थी।

कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Education Research है।

कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते है?

कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहते है।

कंप्यूटर की खोज किसने और कब की?

कंप्यूटर बनाने की शुरुआत चार्ल्स बैबेज ने 1830 के समय में की थी। उन्होंने एक एनालिटिकल इंजन बनाने की योजना बनाई थी जो कंप्यूटर के क्षेत्र में एक शुरुआत थी।

कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Education Research है।

कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते है?

कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहते है।

निष्कर्ष

तो अब आप जान ही गए होंगे कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya Tha कंप्यूटर का अविष्कार चार्ल्स बैबेज ने किया था। उन्हें कंप्यूटर का जनक कहा जाता है। 1966 में, भारत के दो संस्थानों, भारतीय सांख्यिकी संस्थान और जादवपुर विश्वविद्यालय ने मिलकर भारत में पहला कंप्यूटर बनाया, इसका नाम ISIJU रखा गया।

(कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya Tha)

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