चाणक्य नीति की 10 बातें

मनुष्य अपने कर्मों से महान बनता है, जन्म से कोई भी व्यक्ति महान नहीं होता है। इसलिए मनुष्य को अपने कर्म हमेशा अच्छे रखने चाहिए।

मनुष्य को अपनी गलतियों से ही नहीं दूसरों की गलतियों से भी सीखना चाहिए।  अगर खुद पर प्रयोग करके सीखोगे तो आयु कम पड़ जाएगी।

आचार्य चाणक्य के अनुसार मनुष्य को हमेशा शिक्षा ग्रहण करते रहने चाहिए शिक्षित मनुष्य का सदैव सम्मान होता है।

मनुष्य को अपने हालात को बदलने का प्रयास निरंतर करते रहना चाहिए, यही आदत मनुष्य को औरों से अलग बनाती है।

आचार्य चाणक्य निति के अनुसार मनुष्य को भय अपने पास भी नहीं आने देना चाहिए, मनुष्य को चीज से भय लगे उसका डट कर सामना करना चाहिए।

मनुष्य को कार्य को करने से पहले उस कार्य के बारें में सोच विचार कर लेना चाहिए। कार्य के क्या परिणाम होंगे इस पर विचार करना बहुत जरुरी है।

मनुष्य को अपने अतीत के बारें में अधिक नहीं सोचना चाहिए, मनुष्य को अपने अतीत से सीख कर निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।

मनुष्य को अच्छी तरह से सोच-विचार कर के ही धन खर्च करने चाहिए। फिजूल खर्ची करने से भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

दोस्त बनाते समय अच्छे से  विचार कर लेना चाहिए, दोस्तों पर भी कभी पूरी तरह से विश्वास नहीं करना चाहिए। नहीं तो बाद में पछताना पड़ सकता है।

कभी भी ब्यक्ति का कभी भी सार्वजनिक रूप से अपमान नहीं करना चाहिए। क्योंकि मनुष्य मौका मिलते ही अपमान का बदला जरूर लेता है।