धन और घर की ऐसे करें रक्षा, भविष्य होगा सुरक्षित

मनुष्य जीवन पद, परिवार, विद्या और धर्म के इर्द गिर्द घूमता है।  इन्हें सुरक्षित रखने के लिए व्यक्ति जी तोड़ मेहनत करता है। 

लेकिन कई बार अथाह प्रयासों के बाद छोटी सी गलती हमारे परिवार और भविष्य को अंधकार में डाल देती है। 

चाणक्य ने एक श्लोक के जरिए बताया है कि अगर जीवन को आर्थिक, मानसिक तौर पर सुरक्षित रखना है तो किन चीजों का पालन करना चाहिए। 

विद्या की सुरक्षा ही सफलता का राज है - चाणक्य श्लोक में कहते हैं कि विद्या तभी आपको फलेगी जब इसका निरंतर प्रयास किया जाए।

भविष्य को सुरक्षित करना है तो विद्या का योग यानी प्रयास बेहद जरुरी है। 

विद्या न सिर्फ हमें अंधकार से दूर ले जाती है बल्कि ये सुनहरे भविष्य का अहम पड़ाव है जिसे पार करने के बाद ही धन-सुख मिल सकता है। 

जो लोग विद्या का निरंतर प्रयास करते हैं वह कभी दुख की घड़ी में घबराते नहीं क्योंकि ये ऐसा धन है जो आपको हर मुसीबत से बाहर निकाल सकता है। इसे सुरक्षित रखना बेहद जरुरी है। 

आचार्य चाणक्य ने बताया है कि सत्ता पर बैठेना है या फिर लीडरशिप को कायम रखना है तो अपने से नीचे लोगों के साथ विनम्रता से व्यवहार करें। 

अपने रुतबे का अहंकार न करें क्योंकि शासन-प्रशासन और राजा को अपनी सत्ता पर काबिज रहने के लिए कोमलता और मधुरता व्यवहार में होना चाहिए।