चंद्र ग्रहण के पश्चात करें ये काम, मिलेगी बुरे प्रभावों से मुक्ति

वर्ष 2022 में पहला चंद्र ग्रहण 16 मई को लगने जा रहा है। कई देशों में यह चंद्र ग्रहण देखा जाएगा। लेकिन भारत में इसकी द्रश्यता शून्य रहेगी। जिस कारण सूतक मान्य नहीं होगा।

यह पूर्ण चंद्र ग्रहण है। चंद्र ग्रहण का समय प्रातः: काल 8:59 मिनट पर शुरू होकर दोपहर 10:23 बजे समाप्त होगा।

ग्रहण समाप्त होने के बाद स्वयं को शुद्ध करना आवश्यक है। ग्रहण के प्रभाव को नष्ट करने के लिए स्नान करना चाहिए। साफ पानी से नहाने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए। ऐसा करने से आप पर ग्रहण का प्रभाव शून्य होगा। वहीं जब आप शुद्धिकरण की प्रक्रिया पूरी कर लें तो तब जाकर कोई दूसरा काम करें।

ग्रहण के कारण उसकी नकारात्मक ऊर्जा भी घर में प्रवेश करती है। ऐसे में ग्रहण के बाद घर की शुद्धि भी अवश्य करनी चाहिए। पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। आप घर में पोछा भी कर सकते हैं। ऐसा करने से ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह नष्ट हो जाएगी।

ग्रहण के बाद मंदिर में गंगाजल छिड़क कर घर की शुद्धि करें। देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी गंगाजल से शुद्ध करके ही उनकी पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से घर के मंदिर में व्याप्त ग्रहण की नकारात्मक छाया नष्ट हो जाएगी।

ग्रहण के बाद ही खाना बनाकर खाना चाहिए। यदि ग्रहण के समय भोजन बनाया जाता है तो सबसे पहले उसमें तुलसी के पत्ते डालकर उसे शुद्ध कर लें। बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों पर सूतक का प्रभाव मान्य नहीं होता है। इसलिए उन्हें समय पर खाना खिलाना देना चाहिए।

मान्यता के अनुसार यह भी कहा जाता है कि ग्रहण समाप्त होने के बाद गाय को रोटी खिलाने से शुभ फल मिलते हैं। इसलिए हो सके तो ग्रहण के बाद गाय को रोटी खिलाएं।

ग्रहण के दौरान पूजा व दान का बहुत ही महत्व है। ग्रहण के दौरान जितनी पूजा की जाती है। उससे कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है।