धार्मिक शास्त्रों में भी गुरु का महत्व बताया गया है। गुरु को ईश्वर से भी श्रेष्ठ माना जाता है। क्योंकि गुरु ही ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग दिखाता है। गुरु के बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती।
संस्कृत के महान विद्वान होने के साथ-साथ महाकाव्य महाभारत की रचना भी की। वेद व्यास जी को आदिगुरु कहा जाता है। इसलिए गुरु पूर्णिमा को कई लोग व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं।