कब है गुरु पूर्णिमा, जानिये तिथि, महत्व, कथा और उपाय

हिन्दू पंचांग के अनुसार गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व हर वर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन गुरु की पूजा का विशेष महत्व है।

धार्मिक शास्त्रों में भी गुरु का महत्व बताया गया है। गुरु को ईश्वर से भी श्रेष्ठ माना जाता है। क्योंकि गुरु ही ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग दिखाता है। गुरु के बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती।

बुधवार, 13 जुलाई 2022 पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 13 जुलाई 2022 को सुबह 04:01 बजे पूर्णिमा तिथि समाप्त - 14 जुलाई 2022 को सुबह 00:06 बजे

हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों के अनुसार महाभारत के रचयिता व्यास जी का जन्मदिन भी गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु पूजा के साथ मनाया जाता है।

संस्कृत के महान विद्वान होने के साथ-साथ महाकाव्य महाभारत की रचना भी की। वेद व्यास जी को आदिगुरु कहा जाता है। इसलिए गुरु पूर्णिमा को कई लोग व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं।

शिव पुराण के अनुसार गुरु पूर्णिमा के दिन द्वापर में भगवान विष्णु के अंशावतार वेद व्यास जी का जन्म हुआ था।

गुरु पूर्णिमा की कथा