मार्केटिंग क्या है, कैसे करे और किसी भी बिज़नेस के लिए मार्केटिंग क्यों है जरुरी

मार्केटिंग का मतलब है कि किसी भी व्यक्ति को कोई भी सामान बेचना है। अगर मैं सरल भाषा में बोलूं तो यह मार्केटिंग गंजे को कंगी बेचना है। मार्केटिंग में ग्राहक को अपने उत्पाद के बारे में बताना होता है। फिर उसे उस उत्पाद की जरूरत पैदा करनी होगी। और समझना होता है उसे किस चीज की जरूरत है। यही मार्केटिंग है।

मार्केटिंग को हिंदी में 'विपणन' कहते हैं।

इस प्रक्रिया में 4 अलग-अलग तत्व होते हैं। जिन्हें हम मार्केटिंग के चार Ps कहते हैं।

Product - आप जो बेचने जा रहे हैं उसका चयन करना। Price – उस Product की Price क्या होगी। Location - आपके ग्राहक उस प्रोडक्ट को कहां से खरीदेंगे। Promotion - आप अपने ग्राहक को प्रोडक्ट के बारे में कैसे बताएंगे। Note – प्रोडक्ट का मतलब माल / सामान (Goods) और सेवा (Goods) दोनों है।

मार्केटिंग के प्रकार

B2B -बिजनेस टू बिजनेस B2C -बिजनेस टू कंस्यूमर C2B - कंज्यूमर-टू-बिजनेस C2C - कंज्यूमर-टू-कंज्यूमर

मार्केटिंग क्या है इसके साथ यह जानना भी जरूरी है कि मार्केटिंग क्या नहीं है। इसलिए मार्केटिंग का मतलब बेचना नहीं है।

हां, मार्केटिंग का परिणाम सेल ही होता है जब हम प्रोडक्ट का ऑनलाइन या ऑफलाइन विज्ञापन करते हैं। उसकी ब्रांडिंग करते हैं और लोगों को उसके बारे में बताते हैं।