गूगल का आविष्कार कब और कैसे हुआ, किसे कहा जाता है गूगल का पिता

गूगल एक सर्च इंजन है जिसके द्वारा आप इंटरनेट पर कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इंटरनेट दुनिया के सबसे बड़े आविष्कारों में से एक है। गूगल ने भले ही सर्च इंजन के तौर पर शुरुआत की हो लेकिन आज के समय में यह एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी है जिसमें हर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम करना चाहता है।

गूगल को सरल भाषा में समझने के लिए, यह एक मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी है जो मुख्य रूप से इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं पर ऑनलाइन विज्ञापन तकनीक, क्लाउड कंप्यूटिंग, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर जैसे उत्पादों के क्षेत्र में काम करती है।

गूगल का अविष्कार सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज ने मिलकर किया था। आज की मल्टीनेशनल कंपनी को कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के 2 छात्रों ने प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया था।

गूगल के अविष्कारकों के नाम सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज हैं। जो आज के समय में गूगल के सबसे बड़े शेयरधारक भी हैं।

जब सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज ने गूगल का आविष्कार किया तो इसका नाम गूगोल था लेकिन स्पेलिंग की गलती के कारण गूगल बन गया जो आज किसी ब्रांड से कम नहीं है।

सर्गेई ब्रीन और लैरी पेज ने विश्व प्रसिद्ध स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएचडी के दौरान एक शोध परियोजना के रूप में गूगल की शुरुआत की।

स्कॉट हसन उस समय परियोजना के तीसरे संस्थापक भी थे, जिन्होंने गूगल के अधिकांश कोड टाइप किए लेकिन गूगल के एक कंपनी के रूप में स्थापित होने से पहले ही परियोजना छोड़ दी।