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आज की तिथि विक्रम संवत – आज की तिथि क्या है या आज क्या है – Aaj Kya Hai In Hindi

Aaj Ki Tithi Kya Hai In Hindi: तिथि पंचांग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, तिथि हिंदू चंद्र मास का एक दिन होता है। सभी वार, पर्व, महापुरुषों की जयंती, पुण्यतिथि आदि का निर्धारण तिथि के आधार पर किया जाता हैं। जब चन्द्रमा सूर्य से 12 अंश पर स्थित होता है तब एक तिथि पूर्ण मानी जाती है। 16 तिथियाँ हैं जिनमें अमावस्या और पूर्णिमा महीने में एक बार आती हैं जबकि अन्य तिथियाँ दो बार आती हैं।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार एक महीने में कुल 30 तिथियां होती हैं। प्रथम पंद्रह तिथियों को कृष्ण पक्ष में जबकि बाद की पंद्रह तिथियों को शुक्ल पक्ष में शामिल किया गया है। चन्द्रमा के 12 अंश पर झुकाव के साथ मास की एक तिथि समाप्त हो जाती है। एक तिथि में नंदा, भद्रा, रिक्ता, जया और पूर्ण नामक पांच भाग होते हैं।


आज की तिथि (Aaj Ki Tithi In Hindi)

वार – शुक्रवार

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विक्रम संवत् – 2080

शक संवत – 1945

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चैत्र शुक्ल पक्ष, चतुर्थी

दिनांक – 12 अप्रैल 2024

सूर्योदय: सुबह 06 बजकर 00 मिनट पर

सूर्यास्त: शाम 18 बजकर 29 मिनट पर


आज क्या है (Aaj Kya Hai In Hindi)

विक्रम सम्वत – 2080

शक सम्वत – 1945

मास – चैत्र

पक्ष – शुक्ल

तिथि – चतुर्थी (13:17 तक)

व्रत और पर्व – पेनकुनी महोत्सव, रोहिणी व्रत, विनायक चतुर्थी, लक्ष्मी पंचमी, और चैती छठ

चंद्रमा – वृषभ

नक्षत्र – रोहिणी (24:53 तक)

योग – सौभाग्य (26:14)

करण – विष्टि (13:17 तक) और बावा (24:17)


अशुभ काल

राहुकाल – 10:41 − 12:14


शुभ काल

अभिजीत – 11:49 − 12:39


पंचांग में तिथि का महत्व (Importance Of Tithi In Hindi)

हिंदू कैलेंडर या पंचांग में तिथियों का अत्यधिक महत्व है क्योंकि यह लोगों को एक नया काम करने या शुभ कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय प्रदान करता है। शुभ तिथियों के साथ-साथ अशुभ तिथियां भी होती हैं। तिथि दिन के अलग-अलग समय पर शुरू होती है और लगभग 19-26 घंटे की अवधि तक भिन्न हो सकती है। तिथियों के नाम इस प्रकार हैं- प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, अमावस्या और पूर्णिमा।

तिथियों के प्रकार (Types Of Tithi In Hindi)

एक माह या मास में 30 तिथियां होती है, जिनमे कृष्ण पक्ष में 15 और 15 तिथियां शुक्ल पक्ष में भी 15 तिथियां ही होती हैं। 30 तिथियों के नाम इस प्रकार हैं-

शुक्ल पक्ष की तिथियां – प्रतिपदा (प्रथम), द्वितीया (दूज), तृतीया (तीज), चतुर्थी (चौथ), पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, पूर्णिमा।

कृष्ण पक्ष की तिथियां – प्रतिपदा (प्रथम), द्वितीया (दूज), तृतीया (तीज), चतुर्थी (चौथ), पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, अमावस्या।

पंचांग की 30 तिथियों (30 Tithi In Hindi)

हिन्दू पंचांग की तिथियों को दो भागों में विभाजित किया गया है- शुक्ल और कृष्ण पक्ष। प्रत्येक पक्ष में कुल 15 तिथियां होती हैं। कैलेंडर में सामूहिक रूप से कुल 30 तिथियाँ होती हैं। अमावस्या और पूर्णिमा को छोड़कर सभी तिथियां महीने में दो बार आती हैं। आइए जानते हैं कैलेंडर के बारे में –

प्रतिपदा – यह तिथि सभी प्रकार के शुभ व धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयुक्त तिथि है। इस तिथि के अधिपति देवता अग्नि देव हैं।

द्वितीया – पक्के भवनों, स्थाई इमरतो और मकान जैसी अन्य चीजों की नींव रखने के लिए यह सर्वोत्तम तिथि है। इस तिथि के अधिपति देवता ब्रह्मदेव है।

तृतीया/तीज – बाल कटवाने, नाखून कटवाने और दाढ़ी बनवाने के लिए यह एक अच्छी तिथि मानी जाती है। इस पर देवी गौरी का आधिपत्य है।

चतुर्थी/चौथ – शत्रुओं के नाश, विघ्नों के निवारण के लिए यह तिथि उपयुक्त है। इस तिथि पर यमदेव और भगवान श्रीगणेश का आधिपत्य हैं।

पंचमी – यह तिथि सर्जरी करवाने और डॉक्टरी सलाह लेने के लिए शुभ है। इस तिथि के स्वामी देवता नाग हैं।

षष्ठी – षष्ठी तिथि विशेष अवसरों या उत्सवों को मनाने, नए लोगों से मिलने और नए दोस्त बनाने के लिए उत्तम है। इस तिथि पर देव कार्तिकेय का आधिपत्य हैं।

सप्तमी – यात्रा और खरीदारी के लिए यह तिथि सर्वोत्तम है। यदि आज के दिन आप किसी विशेष कार्य से यात्रा कर रहे हैं तो अच्छे परिणाम मिलने की संभावना अधिक होती है। क्योंकि इस तिथि के अधिपति देवता सूर्य देव हैं।

अष्टमी – यह तिथि विजय दिलाने वाली है। इस दिन भगवान रुद्र की पूजा करना श्रेष्ठ माना जाता है। क्योंकि यह दिन शिव का है। कृष्ण पक्ष में पूजा करना श्रेष्ठ होता है, जबकि शुक्ल पक्ष में इस तिथि पर शिव की पूजा करना वर्जित होता है।

नवमी – यह तिथि विनाश और हिंसा के कृत्यों की शुरुआत का प्रतीक है। यह तिथि उत्सव या यात्रा के लिए अशुभ है। इस दिन देवी अंबिका का अधिकार है।

दशमी – यह तिथि पुण्य, धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों और अन्य पवित्र कार्यों के लिए शुभ है। इस दिन के अधिपति धर्मराज हैं।

एकादशी – यह तिथि हिंदू धर्म, जैन धर्म में विशेष धार्मिक महत्व वाले सबसे शुभ दिनों में से एक है। इस तिथि पर देवों के देव महादेव का स्वामित्व है।

द्वादशी – धार्मिक अनुष्ठानों के लिए शुभ। इस तिथि के स्वामी भगवान विष्णु हैं।

त्रयोदशी – यह तिथि दोस्ती करने, कामुक सुख पाने और जश्न मनाने के लिए अच्छी है। इस दिन का स्वामित्व कामदेव के पास है।

चतुर्दशी – इस पर देवी काली का स्वामित्व है। यह दिन बुरी आत्माओं को दूर करने और सफलता प्राप्त करने के लिए शुभ है।

पूर्णचंद्र – यह व्रत और यज्ञ के लिए उपयुक्त तिथि है। इस दिन कथा सुनने, सुनाने से अधिक फल मिलता है। पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा का शासन होता है।

अमावस्या – यह तिथि पितरों की होती है। इस दिन पितरों की सेवा और दान करने से उत्तम फल मिलता है। यह तिथि व्रत के लिए भी विशेष है।

मुख्य 5 तिथियां (Main 5 Tithi In Hindi)

तिथियों को 5 तिथियों में बांटा गया है। जिनके नाम इस प्रकार हैं- नंदा, भद्रा तिथि, जया तिथि, रिक्ता तिथि और पूर्णा तिथि।

नंदा तिथि – इस तिथि में प्रतिपदा, षष्ठी और एकादशी तिथि को शामिल किया गया है। इन तिथि में व्यापार-व्यवसाय शुरू किया जा सकता है, इसके अलावा निर्माण कार्य शुरू करने के लिए भी ये तिथियां उत्तम मानी जाती हैं।

भद्रा तिथि – इस तिथि में द्वितीया, सप्तमी और द्वादशी तिथि को शामिल किया गया है। इन तिथियों में धान, अनाज लाना, गाय-भैंस खरीदना, वाहन आदि कार्य करने चाहिए, इसमें खरीदी जाने वाली वस्तुओं की संख्या बढ़ जाती है।

जया तिथि – इस तिथि में तृतीया, अष्टमी और त्रयोदशी तिथि को शामिल किया गया है। इन तिथियों में सेना, शक्ति संग्रह, कोर्ट-कचहरी के मामलों का निपटारा, हथियार खरीदना, वाहन खरीदना जैसे कार्य किए जा सकते हैं।

रिक्ता तिथि – इस तिथि में चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी तिथि शामिल की गई हैं। इन तिथियों में मांगलिक कार्य, नया व्यापार और गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए। ये तिथियां तंत्र-मंत्र सिद्धि के लिए शुभ मानी जाती हैं।

पूर्णा तिथि – इस तिथि में पंचमी, दशमी और पूर्णिमा तिथियां शामिल हैं। इन तिथियों में मंगनी, विवाह, भोज आदि किए जा सकते हैं।

FAQs For Today Tithi In Hindi

आज की तिथि क्या है?
पंचांग अनुसार आज फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है।

आज कौन सा पक्ष है?
आज शुक्ल पक्ष है।

आज कौन सी तिथि है?
आज चतुर्थीतिथि है।

आज कौन सा त्योहार है?
आज त्योहार – पेनकुनी महोत्सव, रोहिणी व्रत, विनायक चतुर्थी, लक्ष्मी पंचमी, और चैती छठ, मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस है।

आज तिथि क्या है?
आज यानी 12 अप्रैल 2024, फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है।

आज क्या है?
आज चतुर्थी तिथि और त्यौहार, व्रत – पेनकुनी महोत्सव, रोहिणी व्रत, विनायक चतुर्थी, लक्ष्मी पंचमी, और चैती छठ, मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस है।

एक माह में कितनी तिथियां होती है?
तीस तिथियां एक माह या मास में होती है।

शुक्ल पक्ष में कितनी तिथियां होती है?
शुक्ल पक्ष में 15 तिथियां होती है।

कृष्ण पक्ष में कितनी तिथियां होती है?
कृष्ण पक्ष में 15 तिथियां होती है।

कौनसी तिथि महीने में एक बार आती है?
पूर्णिमा व अमावस्या महीने या माह में एक बार ही आती है।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने आपको आज की तिथि क्या है, आज की तिथि विक्रम संवत क्या है, आज क्या है के साथ आज के शुभ और अशुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख आज क्या है (Aaj Kya Hai In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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