असली हिन्दू कौन है, सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर क्या है?

असली हिन्दू कौन है – सनातन धर्म उस समय का है जब कोई संगठित धर्म अस्तित्व में नहीं था और क्योंकि जीवन का कोई अन्य तरीका नहीं था, इसलिए इसे किसी नाम की आवश्यकता नहीं थी। इसके बाद धीरे-धीरे संगठित धर्मों का निर्माण हुआ। सत्य को ही सनातन नाम दिया गया। सनातन शब्द सत् और तत् से मिलकर बना है। जिसका मतलब यह और वह होता है। सनातन वह है जिसका न आदि है न अंत। सनातन धर्म को मानने वाले ही हिंदू कहलाते हैं।

लेकिन क्या आप जानते है असली हिन्दू कौन है, सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर क्या है? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको असली हिन्दू कौन है, सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर क्या है आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते है –

असली हिन्दू कौन है (Asli Hindu Kaun Hai In Hindi)

असली हिन्दू वो है – जो हिन्दू सनातन धर्म को मानता हो, धर्म में विश्वास रखता हो, देवी देवता को मानता हो, उनके प्रति भक्ति, श्रद्धा, विश्वास रखता हो, पूजा पाठ करता हो, सनातन धर्म के नियमों का पालन करता हो, वेदों, शास्त्रों आदि का अध्ययन करता हो, और उन्हें अपने जीवन में उतारता हो आदि।

सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर क्या है (Sanatan Dharm Aur Hindu Dharm Me Antar In Hindi)

हिन्दू धर्म और सनातन धर्म में अन्तर सिर्फ इतना है कि सनातन शाश्वत सत्य है, वास्तविक नाम और धर्म है, वही हिन्दू केवल एक विचारधारा या नाम है, जो किसी अन्य द्वारा दिया गया है। आज के समय में सनातन धर्म को हिन्दू धर्म के नाम से जाना जाता हैं। या यूँ कह सकते है की सनातन धर्म ही हिन्दू धर्म है, यानी दोनों एक ही है।

आज के समय में सनातन धर्म हिंदू धर्म नाम ज्यादा प्रचलित है। सनातन या हिन्दू धर्म के अनुयायियों को हिंदू या सनातनी कहा जाता है। शास्त्रों में सनातन धर्म का ही जिक्र मिलता है, न की हिन्दू धर्म का। हिंदू नाम बाद में प्रचलन में आया।

जब तुर्क और ईरानी भारत देश आए तो उन्होंने सिंधु घाटी से प्रवेश किया। सिंधु एक संस्कृत नाम है, उनकी भाषा में ‘स’ शब्द न होने की वजह से वो सिंधू का उच्चारण नहीं कर पाए, इसलिए उन्होंने इस सिंधु शब्द को हिंदू कहना शुरू कर दिया। इस तरह से सिंधु का नाम हिंदू में बदला गया। उन्होंने यहां निवास करनेवाले लोगों को हिंदू कहना शुरू कर दिया और इस तरह हिंदुओं के देश को हिंदुस्तान का नाम मिल गया।

वही ‘सनातन’ का शाब्दिक अर्थ होता है – शाश्वत या ‘सदा बना रहने वाला’, यानी जिसका न आदि है न अन्त।

सनातन धर्म को हिन्दू धर्म या वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता है। इसे दुनिया के का सबसे प्राचीन धर्म के रूप में जाना जाता है। सनातन धर्म ज्ञात रूप से लगभग 12000 वर्ष पुराना है जबकि कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म नब्बे हजार वर्ष पुराना है।

गीता के अनुसार सनातन का अर्थ है – जो छेदा नहीं जाता। जलाया नहीं जाता। जो सूखता नहीं। जो गीला नहीं होता। जो स्थान नहीं बदलता। ऐसे रहस्यमय व सात्विक गुण तो केवल परमात्मा में ही होते हैं। जो सत्ता इन दैवीय गुणों से परिपूर्ण हो। वही सनातन कहलाने के योग्य है। भगवान कृष्ण कहते हैं कि जो न तो कभी नया रहा। न ही कभी पुराना होगा। न ही इसकी शुरुआत है। न ही इसका अंत है। अर्थात ईश्वर को ही सनातन कहा गया है।

FAQs

हिंदुओं का असली धर्म क्या है?
हिंदुओं का असली धर्म सनातन धर्म है।

धरती पर सबसे पुराना धर्म कौन सा है?
धरती पर सबसे पुराना धर्म हिन्दू धर्म है।

हिंदू का दूसरा नाम क्या है?
हिंदू का दूसरा नाम सनातन धर्म या वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म है।

भारत में पहला हिंदू कौन था?
भारत में पहला हिंदू स्वायंभुव मनु थे।

क्या इस्लाम सबसे पुराना धर्म है?
नहीं, इस्लाम सबसे पुराना धर्म नहीं है।

सनातन धर्म में किसकी पूजा की जाती है?
सनातन धर्म में मुख्य रूप से गणेश जी, शिव जी, ब्रह्मा जी, विष्णु जी की पूजा होती है।

हिंदू का नाम हिंदू कैसे पड़ा?
जब तुर्क और ईरानी भारत देश आए तो उन्होंने सिंधु घाटी से प्रवेश किया। सिंधु एक संस्कृत नाम है, उनकी भाषा में ‘स’ शब्द न होने की वजह से वो सिंधू का उच्चारण नहीं कर पाए, इसलिए उन्होंने इस सिंधु शब्द को हिंदू कहना शुरू कर दिया। इस तरह से सिंधु का नाम हिंदू में बदला गया। उन्होंने यहां निवास करनेवाले लोगों को हिंदू कहना शुरू कर दिया और इस तरह हिंदुओं के देश को हिंदुस्तान का नाम मिल गया।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको असली हिन्दू कौन है, सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर क्या है आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख असली हिन्दू कौन है (Asli Hindu Kaun Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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