उल्लू के बारे में जानकारी (Ullu Ke Bare Me Jankari) – Facts About Owl In Hindi

Information About Owl In Hindi: उल्लू एक दुर्लभ पक्षी है, जो अधिकतर रात के समय देखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उल्लू दिन के मुकाबले रात में ज्यादा देख सकता है। तो आइए जानते हैं उल्लू के बारे में (About Owl In Hindi:) –

उल्लू के बारे में जानकारी (Ullu Ke Bare Mein Jankari)

उल्लू एक प्रकार का पक्षी है, उल्लू का वैज्ञानिक नाम स्ट्रिगिफोर्मेस है। इसे अंग्रेजी भाषा में आउल (Owl) कहा जाता है। उल्लू रात में अधिक स्पष्ट देखता है, हालांकि यह दिन के दौरान भी देख सकता है, लेकिन यह दिन के दौरान स्पष्ट नहीं देख सकता है। जो पक्षी रात के अंदर देख सकते हैं उन्हें ““रात का पक्षी” कहा जाता है। उल्लू भी इसी के अंतर्गत आता है।

यह अपनी गर्दन को पूरी तरह से घुमा लेता है, जबकि अन्य पक्षी केवल दाएं और बाएं ही घूम सकते हैं, हालांकि कुछ पक्षी ऐसे भी हैं जो अपनी गर्दन को बिल्कुल भी नहीं घुमा सकते हैं। उल्लू की सुनने की शक्ति बहुत अधिक होती है, यह रात के अंधेरे में हल्की सी आवाज से ही अपने शिकार का पता लगा लेता है।

यह अपने शिकार को अपने पंजों से पकड़ लेता है, इसके पैरों में चार उंगलियां होती हैं, जिनके पंजे टेढ़े होते हैं। उल्लू की कई प्रजातियां होती हैं और यह दुनिया के सभी हिस्सों में उल्लू पाया जाता है। इसकी आंखें बड़ी और गोल होती हैं, बड़ी बड़ी आंखें बुद्धिमता की निशानी होती हैं और इसी वजह से उल्लू को बुद्धिमान पक्षी माना जाता है।

प्राचीन यूनानियों के अनुसार, यह माना जाता है कि उनकी ज्ञान की देवी एथेना उल्लू के रूप में पृथ्वी पर आई है। भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार उल्लू को धन की देवी लक्ष्मी का वाहन माना जाता है, इसलिए यह एक बुद्धिमान पक्षी है।

उल्लू के बारे में रोचक तथ्य (Facts About Owl In Hindi)

उल्लू को ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और यह धन की देवी लक्ष्मी का वाहन है।

उल्लू पक्षी अंटार्कटिका को छोड़कर विश्व के सभी महाद्वीपों में पाया जाता है।

पूरी दुनिया में उल्लुओं की 200 प्रजातियां पाई जाती हैं।

उल्लू एक रात्रिचर पक्षी है, जो रात में अधिक स्पष्ट देख सकता देता है।

उल्लू दिन में सोते हैं और रात में शिकार करते हैं।

यह कीड़ों, छिपकलियों, मेंढकों, चूहों, छोटे पक्षियों आदि का शिकार करता है।

उल्लू की देखने और सुनने की क्षमता अन्य पक्षियों से अधिक होती है।

उल्लू का रंग भूरा, आंखें बड़ी और गोल होती हैं।

उल्लू नीले रंग को आसानी से देख सकता है, लेकिन उल्लू के अलावा कोई अन्य पक्षी नीला रंग नहीं देख सकता है।

उल्लू के पंजे नुकीले और घुमावदार होते हैं, इसके पंजों में चार अंगुलियां होती हैं, जो शिकार को पकड़ने में सहायक होती हैं।

उल्लू की अधिकतम आयु 25 से 30 साल की होती है।

उल्लू के पंखों का आकार बड़ा और चौड़ा होता है, जब यह आसमान में उड़ता है तो इसके उड़ने की आवाज ज्यादा नहीं होती है।

उल्लू अधिकत शांत व अकेले रहना पसंद करते हैं।

एक मादा उल्लू एक समय में चार से छ:अंडे देती है।

उल्लुओं के समूह को पार्लियामेंट कहा जाता है।

जन्म के लगभग 7 सप्ताह बाद उल्लू उड़ने लगते हैं।

उल्लू अपने बच्चों को ज्यादातर अन्य पक्षियों द्वारा बनाए गए घोंसलों में रखते हैं।

लोमड़ी और बाज का भी शिकार उल्लू कर सकते है।

उल्लू के पंजों में इतनी शक्ति होती है कि वह 135 किलो तक का फ़ोर्स यानी की बल लगा सकता है।

घर में उल्लू रखना अमेरिका में दंडनीय अपराध है।

दुनिया के सबसे बड़े उल्लू का नाम “ब्लैक्सिटॉन फिश आउल” है, जिसके पंख खुलने के बाद 6 फीट चौड़े हो जाते हैं। इस प्रजाति में मादा उल्लू का वजन 4.6 किलोग्राम तक और नर उल्लू का वजन 3.6 किलोग्राम तक हो सकता है।

उल्लू का मुख्य भोजन मछली है, लेकिन मजबूरी में यह एक साल में 1000 चूहे खा जाता है।

उल्लू किसी भी वस्तु की 3डी छवि देख सकता है……अर्थात वह किसी भी वस्तु की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई….तीनों को देख सकता है।

उल्लू अपने ताकतवर बच्चे को पहले और कमजोर को बाद में खिलाता है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि उल्लू इंसानों से 10 गुना धीमी आवाज सुन सकता है और सुनने के लिए अपने कानों को किसी भी दिशा में घुमा सकता है।

उल्लू की आंखें उसके दिमाग जितनी बड़ी होती हैं, जो कभी हिलती नहीं बल्कि एक जगह स्थिर रहती हैं।

उल्लू चूहे, सांप, गिलहरी, मछली और अन्य उल्लू को भी खाता है। वे लगभग 30 वर्षों तक जीवित रहते हैं। इनके दांत नहीं होते, इसलिए ये अपना भोजन चबाते नहीं हैं, बल्कि सीधे निगल लेते हैं।

भारतीय लोग नवजात शिशुओं के कपड़ों को रात के समय बाहर नहीं छोड़ते हैं, माना जाता है कि अगर उल्लू इस कपड़े को उठाकर पानी के बर्तन या नदी में फेंक दे तो कपड़ा गीला होते ही बच्चा मर जाता है।

हिंदू धर्म में माना जाता है कि अगर आप यात्रा पर जा रहे हैं और आपके बाईं ओर उल्लू दिखाई दे या बोले तो आपकी यात्रा शुभ होती है।

भारतीय लोगों में यह भी मान्यता है कि उल्लू इंसानों की तरह बोल सकता है।

यदि गर्भवती स्त्री के ऊपर से उल्लू गुजरे तो उसे पुत्र धन की प्राप्ति होती है।

किसान के खेत में मौजूद पेड़ पर उल्लू बैठ जाए तो अनाज का उत्पादन चौगुना हो जाता है।

मादा उल्लू नर उल्लू की तुलना में अधिक रंगीन होती है।

निष्कर्ष

आज इस लेख के माध्यम से हमने आपको उल्लू के बारे में जानकारी प्रदान की है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख इनफार्मेशन अबाउट आउल इन हिंदी (Information About Owl In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

Leave a Comment

You cannot copy content of this page