Rahu Mahadasha – इन राशियों के लिए शुभ होती है राहु की महादशा, नहीं होती धन की कमी

Rahu Mahadasha – राहु की महादशा जीवन में उथल-पुथल और उलझन पैदा करती है, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह राहु अचानक धन, शोहरत और ऊंचाई देकर किस्मत बदल देता है।

Rahu Mahadasha – राहु, केतु को छाया ग्रह माना जाता है, जिनकी चाल वक्री यानी विपरीत दिशा में मानी जाती है। जब ये अशुभ फल देने लगते हैं, तो व्यक्ति के जीवन में भारी परेशानियां, उलझन और अस्थिरता आ सकती है। खासकर अगर राहु अनुकूल न हो, तो यह जीवन को बर्बाद कर सकता है। लेकिन जब राहु शुभ होता है, तो यह जातक को राजनीति, व्यापार और समाज में अप्रत्याशित ऊंचाइयों पर ले जाता है। कई बार इसका प्रभाव इतना जबरदस्त होता है कि व्यक्ति की किस्मत एक रात में पूरी तरह बदल जाती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु को अचानक होने वाली घटनाओं और परिवर्तनों का प्रतिनिधि माना जाता है। ये परिवर्तन सकारात्मक भी हो सकते हैं और नकारात्मक भी। यह राहु की स्थिति और दशा पर निर्भर करता है। अगर कुंडली में राहु शुभ है तो यह व्यक्ति को धन, यश, प्रभाव और वैभव से भर देता है। ऐसे जातक समाज में अपनी खास पहचान बनाते हैं और कई बार ऐसे अवसर प्राप्त करते हैं, जिसकी आम लोग कल्पना भी नहीं कर सकते।

राहु की महादशा का प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु की महादशा 18 वर्ष तक चलती है। इस दौरान अलग-अलग ग्रहों की अंतर्दशा भी आती है, जिससे समय-समय पर परिणाम बदलते रहते हैं। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में है तो ये 18 वर्ष जीवन में मानसिक तनाव, धोखा, उलझन, आर्थिक संकट और रिश्तों में तनाव जैसी कई परेशानियां लेकर आते हैं। वहीं अगर राहु शुभ स्थान पर है तो ये 18 वर्ष किसी की किस्मत बदलने के लिए काफी हैं। राहु व्यक्ति को अपार धन, यश, सफलता और विलासिता से भर देता है।

सिंह राशि

राहु को सिंह राशि इसलिए प्रिय है क्योंकि यह एक राजसी और अग्नि राशि है, जो नेतृत्व, आत्मविश्वास और प्रतिष्ठा से जुड़ी है। जब राहु सिंह राशि के जातकों की महादशा में शुभ स्थिति में होता है, तो यह उन्हें राजनीति, प्रशासन, मीडिया, अभिनय और बड़े पैमाने की परियोजनाओं में जबरदस्त सफलता दिला सकता है।

इस दौरान सिंह राशि के जातकों को अचानक सुनहरे अवसर, नई पहचान और बड़ी जिम्मेदारियाँ मिलती हैं। उनका सामाजिक दायरा बढ़ता है और वे अपनी बातों और छवि से लोगों को प्रभावित करने लगते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि सामान्य जीवन जीने वाले लोग इस महादशा में रातों-रात प्रसिद्धि और समृद्धि की ओर बढ़ जाते हैं। हालाँकि, राहु की चाल मायावी होती है, इसलिए सिंह राशि के जातकों को इस अवधि के दौरान अहंकार, दिखावा और गलत फैसलों से बचना चाहिए। अन्यथा, यह शुभ राहु विपरीत प्रभाव भी दे सकता है।

वृश्चिक

वृश्चिक एक रहस्यमय और जल राशि है, जो गहराई, आत्मनिरीक्षण और परिवर्तन से जुड़ी है। राहु इस राशि में आता है और आंतरिक शक्ति को बाहर लाता है। राहु शुभ हो तो वृश्चिक जातक जीवन में गहरे बदलावों से गुजरते हैं और अचानक सफलता, धन और प्रसिद्धि अर्जित करते हैं।

जातक जो लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, अचानक उभरकर क्षेत्र में प्रसिद्ध, व सफल होते हैं। यहां राहु बुद्धि, रणनीति और जोखिम लेने की क्षमता को बढ़ाता है, जिसके कारण वृश्चिक जातक व्यवसाय, अनुसंधान, खुफिया एजेंसियों, तकनीक और गुप्त ज्ञान से संबंधित क्षेत्रों में आगे बढ़ते हैं।

राहु महादशा में गुप्त विषयों में रुचि, आध्यात्मिक प्रगति और कभी-कभी विदेशी संपर्कों के माध्यम से भी लाभ देखने को मिल सकता हैं। यह उनके लिए परिवर्तन, विस्तार और आत्म-विकास का समय है। हालांकि, राहु भ्रम और लालच भी पैदा कर सकता है, इसलिए वृश्चिक जातकों को भावनाओं और मानसिक असंतुलन से दूर रहना चाहिए और सही रास्ते पर रहना चाहिए।

राहु की अशुभ महादशा के उपाय

अगर राहु की महादशा अशुभ परिणाम देने लगे तो कुछ सरल उपाय अपनाकर इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। सबसे कारगर उपाय है भगवान शिव की पूजा करना और नियमित रूप से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना। शनिवार को बहते पानी में नारियल प्रवाहित करना और काले कुत्ते को रोटी खिलाना भी लाभकारी होता है। इसके अलावा गरीबों को दान देना, उनकी सेवा करना और रोजाना योग या व्यायाम करने से भी तनाव और उलझन से मुक्ति मिलती है, जो आमतौर पर राहु की अशुभ दशा में देखने को मिलती है।

Leave a Comment