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कंप्यूटर की बेसिक जानकारी – (Computer Ki Basic Jankari)

Basic Knowledge Of Computer In Hindi: इस लेख के माध्यम से हम आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी विस्तार से देने जा रहे हैं। अगर आप पहली बार कंप्यूटर का इस्तेमाल करने जा रहे हैं तो आपको कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज जरूर होनी चाहिए। आज के युग में हर व्यक्ति को कंप्यूटर का ज्ञान होना ही चाहिए, तभी वह कंप्यूटर का उपयोग कर पाएगा।

आज के इस लेख में हम आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी देने वाले है। तो चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए इस लेख को शुरू करते है और जानते है कंप्यूटर की बेसिक जानकारी –

कंप्यूटर नॉलेज बेसिक इन हिंदी | Computer Basic Knowledge In Hindi

कंप्यूटर क्या है? 

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या मशीन है जो डेटा को एकत्रित करके इनफाॅर्मेशन में बदल के उपयोगकर्ता को देता है। कंप्यूटर के उपयोग की बात करें तो कंप्यूटर के बिना जीवन अधूरा है। कंप्यूटर दुनिया भर में उपयोग किया जाने वाला एक डिवाइस है जिसका उपयोग घरों, अस्पतालों, व्यावसायिक, रेलवे और वैज्ञानिक अनुसंधान में किया जाता है।

कंप्यूटर की परिभाषा क्या है? 

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कंप्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसका मुख्य काम गणना करना है। कंप्यूटर लैटिन शब्द “कंप्यूट” से लिया गया है। जिसे हिंदी में संगणक कहा हैं। कंप्यूटर डेटा को प्राप्त करने, स्टोर करने और प्रोसेस करने का काम करता है।

कंप्यूटर डेटा को कलेक्ट करता है और इसे सूचना में परिवर्तित करता है जिसे उपयोगकर्ता बहुत आसानी से समझ सकता है। इनपुट डिवाइस (की-बोर्ड, माउस, माइक) के जरिए कंप्यूटर में डेटा भेजा जाता है। जिसे कंप्यूटर का मुख्य भाग सीपीयू उस डेटा को कलेक्ट करता है यानि उस डेटा को प्राप्त करता है और प्रोसेस करके आउटपुट दे देता है।

डाटा क्या है? 

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कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के माध्यम से फीड किए गए सभी अंक, अक्षर और आंकड़े डेटा कहलाते हैं। जब हम अपने की-बोर्ड या माउस से किसी शब्द या अक्षर को दबाते हैं तो वही हमारा डाटा होता है।

कंप्यूटर कैसे काम करता है?

कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों उपकरणों की मदद से काम करता है। हार्डवेयर कंप्यूटर के वे भाग होते हैं जिन्हें हम भौतिक रूप से छू सकते हैं और जिनकी मदद से हम कंप्यूटर को जानकारी और डेटा दे सकते हैं।

सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का भौतिक भाग नहीं है, लेकिन सॉफ्टवेयर को हार्ड डिस्क, सीडी, पेन ड्राइव, रोम जैसे अन्य फिजिकल माध्यमों में आसानी से संग्रहीत किया जा सकता है। सॉफ्टवेयर से अभिप्राय कंप्यूटर के उन प्रोग्रामों और निर्देशों से है, जिनकी सहायता से कंप्यूटर का हार्डवेयर कार्य करता है।

कंप्यूटर के प्रकार 

वैसे तो कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं लेकिन आपको उन कंप्यूटर के बारे में जानकारी दे रहे है जो हमेशा काम आते हैं। तो आइए जानते हैं सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं –

पर्सनल कम्प्यूटर 

पर्सनल कंप्यूटर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं –

  • Desktop Computer
  • Laptop Computer

डेस्कटॉप कंप्यूटर 

यह कंप्यूटर दिखने में छोटा और शक्तिशाली होता है, जिसका उपयोग ज्यादातर घरों, स्कूलों, दुकानों और अस्पतालों में किया जाता है। इस कंप्यूटर पर एक ही यूजर काम कर सकता है।

लैपटॉप कंप्यूटर 

लैपटॉप कंप्यूटर दिखने में डेस्कटॉप कंप्यूटर से थोड़े छोटे होते हैं, लेकिन दोनों की कार्य क्षमता लगभग बराबर होती है। लैपटॉप कंप्यूटर बैटरी से लैस होता है, जिसके कारण यह डेस्कटॉप की तुलना में महंगा होता है। हम इसे कहीं भी ले जा सकते हैं और काम कर सकते हैं। इसका उपयोग घरों, व्यवसायों, स्कूलों में भी करते हैं।

सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं? 

  • System Software
  • Application Software

सिस्टम सॉफ्टवेयर 

सिस्टम सॉफ्टवेयर वे सॉफ्टवेयर होते हैं। जिसकी मदद से कंप्यूटर के समग्र प्रदर्शन और संचालन को नियंत्रित किया जाता है। सिस्टम सॉफ्टवेयर भी 4 प्रकार के होते हैं। उनके नाम हैं –

  • Operating System
  • Device Drivers
  • Language Processor
  • Utility Software

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर वे सॉफ्टवेयर होते हैं। जिनकी मदद से विशेष कार्य को को परफॉर्म किया जाता है। एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर में एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल, एमएस पावर प्वाइंट आदि शामिल हैं।

सीपीयू क्या है? 

सीपीयू का फुल फॉर्म सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है। सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है जिसका मुख्य कार्य इनपुट डिवाइस द्वारा दिए गए डेटा को प्रोसेस करके आउटपुट तक भेजना होता है। यह कंप्यूटर का मुख्य भाग है, जो इनपुट और आउटपुट के बीच समन्वय स्थापित करता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? 

ऑपरेटिंग सिस्टम एक सिस्टम है जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच समन्वय स्थापित करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम की वजह से ही हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर ठीक से काम करते हैं।

दो प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम होते हैं –

  • GUI (Graphical User Interface)
  • CUI (Character User Interface)

GUI – जीयूआई का पूरा नाम ग्राफिकल यूजर इंटरफेस है। यह कंप्यूटर की ग्राफिक प्रणाली को दर्शाता है।

CUI – सीयूआई का पूरा नाम कैरेक्टर यूजर इंटरफेस है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में किसी भी कार्य को करने के लिए कमांड देना होता है।

कंप्यूटर के कितने भाग/पार्ट्स होते हैं? 

कंप्यूटर के अलग-अलग भाग होने के कारण कंप्यूटर किसी भी काम को सही तरीके से पूरा करता है। कंप्यूटर के चार महत्वपूर्ण भाग होते हैं –

  • Input Device
  • Processing Device
  • Output Device
  • Storage Device

इनपुट डिवाइस (Input Device)

इनपुट डिवाइस ऐसे डिवाइस होते हैं जिनकी मदद से कंप्यूटर में डेटा और जानकारी दर्ज की जाती है। इनपुट डिवाइस में मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस, कैमरा आदि शामिल हैं।

प्रोसेसिंग डिवाइस 

प्रोसेसिंग डिवाइस वे डिवाइस होते हैं जिनकी मदद से किसी भी जानकारी या डेटा को एक्सेस या प्रोसेस किया जाता है। प्रोसेसिंग डिवाइस में सीपीयू, मेमोरी और मदरबोर्ड शामिल हैं।

आउटपुट डिवाइस 

ऐसे डिवाइस जो कंप्यूटर से प्रोसेस्ड डेटा को प्राप्त करके उसे दूसरे रूप (फॉर्म) में परिवर्तित कर देता हैं, आउटपुट डिवाइस कहलाता हैं। प्रिंटर इस तरह के डिवाइस का सबसे बड़ा उदाहरण है।

स्टोरेज डिवाइस 

ये ऐसे उपकरण हैं जिनमें कंप्यूटर में प्रोसेस्ड डेटा और सूचना संग्रहीत की जाती है। ऐसे उपकरणों को स्टोरेज डिवाइस कहा जाता है। इस डिवाइस में यूएसबी, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, एक्सटर्नल ड्राइव आदि शामिल हैं।

कंप्यूटर बेसिक कीबोर्ड शॉर्टकट (Computer Basic Keyboard Shortcuts In Hindi)

नीचे हम आपको कुछ बेहद उपयोगी कीबोर्ड शॉर्टकट की के बारे में बताने जा रहे हैं।

Alt+Tab – इस शॉर्टकट कुंजी की मदद से किसी भी प्रोग्राम की फाइल को मिनीमाइज किया जा सकता है।

Alt+F4 – इस शॉर्टकट कुंजी का प्रयोग कंप्यूटर को बंद करने के लिए किया जाता है।

Windows+D – इस शॉर्टकट कुंजी की मदद से सभी Tab को मिनीमाइज किया जा सकता है।

F12 – इस शॉर्टकट कुंजी की मदद से फाइल को सेव किया जा सकता है।

Ctrl+S – इस शॉर्टकट कुंजी की मदद से फाइल को आसानी से सेव किया जा सकता है।

Ctrl+N – इस शॉर्टकट कुंजी की मदद से एक नया डॉक्यूमेंट ओपन किया जाता है।

Ctrl+D – इस शॉर्टकट कुंजी का प्रयोग बुकमार्क करने के लिए किया जाता है।

Ctrl+X – इस शॉर्टकट कुंजी की मदद से किसी भी टेक्स्ट को कट किया जा सकता है।

Ctrl+A – इस शॉर्टकट कुंजी की मदद से पूरे टेक्स्ट को सेलेक्ट किया जाता है।

कंप्यूटर की विशेषताएँ 

हमें कंप्यूटर के बहुत से फीचर देखने को मिल जाते हैं लेकिन निम्नलिखित हम आपको इनमें से कुछ फीचर्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं:-

  • कमांड देकर कम्प्यूटर से एक ही प्रकार के कार्य को बार-बार गति एवं विश्वसनीयता के साथ किया जा सकता है।
  • कंप्यूटर अपने बाहरी और आंतरिक स्टोरेज माध्यमों से असीमित डेटा और सूचना को स्टोर कर सकता है।
  • दिए गए निर्देशों के आधार पर, कंप्यूटर विभिन्न स्थितियों में तुरंत निर्णय लेने की क्षमता रखता है।
  • कंप्यूटर का उपयोग करके, संग्रहीत जानकारी से कुछ सेकंड के भीतर आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
  • एक ही प्रकार के कार्य को बार-बार दोहराने से कंप्यूटर के कार्य की गुणवत्ता प्रभावित नहीं होती है।
  • पासवर्ड के प्रयोग से कम्प्यूटर को गोपनीय बनाया जा सकता है तथा आवश्यक डाटा को सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • मशीन होने के कारण कम्प्यूटर मानवीय दोषों से रहित है। इसका मतलब यह है कि कंप्यूटर थकान और ऊब महसूस नहीं करता है, जिससे वह एक ही कार्य को उसी दक्षता के साथ बार-बार कर सकता है।
  • कंप्यूटर में मौजूद मेमोरी का उपयोग डेटा, सूचना और निर्देशों के स्थायी भंडारण के लिए किया जा सकता है।
  • लगभग सभी कंप्यूटर गणनाएँ त्रुटि रहित होती हैं। यदि गणना में कोई त्रुटि है, तो यह डेटा या प्रोग्राम में मानवीय त्रुटियों के कारण हो सकती है।

कंप्यूटर के फायदे

  • कंप्यूटर एक ऐसा डिवाइस है जो बहुत से कार्यों को बड़ी तेजी के साथ आसानी से कर सकता है। जिस काम को करने में मनुष्य को एक घंटे का समय लगता है, उसे कम्प्यूटर कुछ ही मिनटों में पूरा कर सकता है।
  • एक कंप्यूटर की कार्य क्षमता इतनी अधिक होती है कि वह बिना थके अकेले 10 इंसानों का काम कर सकता है।
  • मनुष्य के पास बड़ी मात्रा में चीजों को याद रखने और उन्हें अपने मस्तिष्क में संग्रहित करने की क्षमता नहीं है। लेकिन कंप्यूटर में बड़ी मात्रा में डेटा को वीडियो, ऑडियो, टेक्स्ट, फाइल और इमेज के रूप में स्टोर करने की क्षमता है।
  • कंप्यूटर एक साथ कई कार्य कर सकता है। इसकी विशेषता यह है कि यह अकेला कंप्यूटर बिना रुके और बिना थके लंबे समय तक कार्य कर सकता है, जिसके कारण इसे हार्ड वर्किंग डिवाइस भी कहा जाता है।
  • एक बार जब आप कंप्यूटर को सही इनपुट डेटा प्रदान कर देते हैं, तो यह बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के स्वचालित रूप से कार्य को पूरा करता है और अंत में आपको सही आउटपुट डेटा प्रदान करता है।

कंप्यूटर के नुकसान 

  • वैसे तो कंप्यूटर एक उपयोगी डिवाइस है लेकिन मनुष्य की तरह इसमें सोचने समझने की शक्ति नहीं होती है। यह स्वयं कोई निर्णय नहीं ले सकता है।
  • कंप्यूटर उपयोगी होने के साथ-साथ कीमत में भी महंगा होता है, जिसके कारण इसे खरीदना हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं होता है।
  • कंप्यूटर को किसी भी कार्य को करने के लिए मनुष्य पर निर्भर रहना पड़ता है, तभी वह किसी भी कार्य को पूरा कर सकता है।
  • बिजली से चलने वाला डिवाइस होने के कारण कंप्यूटर को समय-समय पर देखभाल और सफाई की भी आवश्यकता होती है ताकि यह लंबे समय तक ठीक से काम कर सके।

FAQs

कंप्यूटर के बारे में बेसिक जानकारी क्या होती है?
कंप्यूटर से जुडी ऐसी जानकारी जो की बहुत ही कॉमन हो यानि की इसके बारे में सभी को पता होना चाहिए। ऐसी बुनियादी जानकारी को कंप्यूटर बेसिक नॉलेजकहा जाता है।

कंप्यूटर की खोज कब हुई थी?
1822 में, चार्ल्स बैबेज ने “डिफरेंशियल इंजन” नामक एक यांत्रिक कंप्यूटर का आविष्कार किया था।

कंप्यूटर को हिन्दी मे क्या कहा जाता है?
कंप्यूटर को हिन्दी मे संगणक कहते है।

यह भी पढ़ें –

निष्कर्ष

उम्मीद है की आपको यह जानकारी कंप्यूटर की बेसिक जानकारी – Computer Basic Knowledge In Hindi पसंद आयी होगी। अगर आपको यह लेख कंप्यूटर की बेसिक जानकारी – Basic Computer In Hindi  मददगार लगा है तो आप इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें । और अगर आपका इस लेख कंप्यूटर की बेसिक जानकारी – Basic Computer Knowledge In Hindi  से सम्बंधित कोई सवाल है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।

लेख के अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद

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