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बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं, बवासीर में नींबू और दूध का प्रयोग कैसे करें, बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए या नहीं

बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं – दूध का सेवन करना चाहिए या नहीं, बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए या नहीं, यह जानना बवासीर के मरीज के लिए जरूरी है।

जब किसी व्यक्ति को बवासीर की समस्या हो जाती है तो उसके गुदा के अंदर और बाहर की त्वचा पर सूजन आ जाती है। इसके अलावा मस्से भी दिखाई देते हैं। यह समस्या बहुत ही कष्टदायक होती है। ऐसे में इस समस्या के दौरान व्यक्ति को अपने खान-पान का पूरा ध्यान रखना जरूरी होता है। जिन लोगों को बवासीर की समस्या होती है उनके मन में यह सवाल जरूर आता है कि उन्हें दूध का सेवन करना चाहिए या नहीं, बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए या नहीं?

आज का लेख आपके इसी प्रश्न पर है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं, बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए या नहीं, बवासीर में घी खाना चाहिए या नहीं, बवासीर में चाय पीना चाहिए या नहीं और बवासीर में नींबू और दूध का प्रयोग कैसे करें, तो आइए जानते है –

बवासीर में नींबू और दूध का प्रयोग कैसे करें (Bawasir Me Nimbu Aur Doodh Ka Prayog Kaise Kare)

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दूध और नींबू बवासीर की समस्या से निजात दिलाने में काफी कारगर होते हैं। इससे खूनी बवासीर भी 3 दिन में ठीक हो जाती है। इसके लिए एक कप ठंडे दूध में आधा नींबू निचोड़कर सुबह खाली पेट तुरंत पी लें।

बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं (Bawasir Me Doodh Peena Chahiye Ya Nahi)

बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं तो इसका जवाब है – नहीं। बवासीर के दौरान डेयरी उत्पादों का सेवन नहीं करना चाहिए। डेयरी उत्पादों में दूध के साथ पनीर, पनीर आदि शामिल हैं। हालांकि इस पर अभी और शोध होना बाकी है लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि बवासीर के दौरान अगर दूध पिया जाए तो इससे कब्ज की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि दूध को लो फाइबर फूड के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में बवासीर के रोगियों को डेयरी उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए या इनका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। बता दें कि कब्ज को बवासीर का मुख्य कारण माना जाता है।

बवासीर में छाछ पीना चाहिए या नहीं (Bawasir Me Chach Peena Chahiye Ya Nahi)

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बवासीर के दौरान छाछ का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। ऐसे में एक गिलास छाछ में अजवाइन और काला नमक मिलाकर सेवन करें। ऐसा करने से बवासीर के दर्द की समस्या से राहत मिल सकती है। वहीं अगर नियमित रूप से इसका सेवन किया जाए तो कब्ज की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए या नहीं (Bawasir Me Garam Pani Peena Chahiye Ya Nahi)

बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए, लेकिन सिमित मात्रा में। बवासीर के मरीज गुनगुना पानी पीकर बवासीर के लक्षणों को कम कर सकते हैं। गुनगुना पानी पाचन में सुधार करता है और कब्ज से राहत देता है।

पाइल्स के मरीजों को गर्म पानी पीने से लाभ मिलता है। लेकिन ज्यादा गर्म पानी का सेवन आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक माना जाता है।

बवासीर में कब्ज़ से छुटकारा पाने और मलत्याग करते समय होने वाली समस्याओं से बचने के लिए गर्म पानी पीना बहुत फायदेमंद होता है। बवासीर के मरीज नियमित रूप से गुनगुना पानी पी सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि अगर इसकी मात्रा ज्यादा हो तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। बवासीर में गर्म पानी पीने से आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज या मल से जुड़ी समस्याओं में बहुत फायदेमंद होता है। गर्म पानी में नींबू मिलाकर पीने से आपका ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और कई फायदे मिलते हैं।

बवासीर में चाय पीना चाहिए या नहीं (Bawasir Me Chai Peena Chahiye Ya Nahi)

बवासीर में चाय नहीं पीना चाहिए। चाय में कैफीन होता है, जो पाचन के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है। ज्यादा कैफीन का सेवन करने से डायरिया हो सकता है। कॉफी और चाय में कैफीन अधिक मात्रा में पाया जाता है। कैफीन के सेवन से कब्ज की शिकायत होती है और शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है। कैफीनयुक्त पदार्थ मलाशय में सूजन पैदा कर सकते हैं। इसलिए बवासीर में कैफीन युक्त पदार्थ खाने की बजाय कुछ हेल्दी लिक्विड पीना बेहतर होता है। चाय, कॉफी और चॉकलेट में कैफीन भारी मात्रा में मौजूद होता है। इसलिए बवासीर में चाय नहीं पीना चाहिए।

लेकिन हर्बल टी का सेवन बवासीर में कारगर होता है। बवासीर में हर्बल टी काफी मददगार साबित होती है। हर्बल चाय का सेवन मल त्याग के दौरान सूजन और रक्तस्राव को कम करता है।

बवासीर में घी खाना चाहिए या नहीं (Bawasir Me Ghee Khana Chahiye Ya Nahi)

बवासीर के रोगी को घी और तेल के अधिक प्रयोग से बचना चाहिए। घी और तेल का अधिक प्रयोग बवासीर को और अधिक पीड़ादायक बना सकता है। इसलिए बवासीर में घी सिमित मात्रा में प्रयोग करना चाहिए।

बवासीर के इलाज में गाय का घी फायदेमंद होता है। यह मेटाबॉलिज्म में सुधार करता है। इसके साथ ही यह शरीर में स्वस्थ वसा को बनाए रखने में मदद करता है। बवासीर के इलाज के लिए विशेषज्ञ गाय के घी का सेवन करने की सलाह देते हैं, अगर भैंस का घी खाया जाए तो यह आपके शरीर को मोटा बना सकता है। एक चम्मच घी गर्म पानी में घोलकर सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले पीना चाहिए। यह पाचन में भी सुधार करता है और पेट को साफ रखता है।

बवासीर के रोगी किन चीजों का सेवन न करे?

बवासीर के दौरान व्यक्ति को मैदा, तेल मसाले, मांसाहारी भोजन, जंग फ़ूड, डिब्बाबंद भोजन आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इनके सेवन से बवासीर की समस्या और भी गंभीर हो सकती है। आपको बता दें कि चाट, सूखी सब्जियां, ठंडा खाना आदि भी बवासीर के मरीजों के लिए खतरा बन सकते हैं।

अस्वीकरण – इस लेख के सुझाव केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं, इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं, बवासीर में नींबू और दूध का प्रयोग कैसे करें, बवासीर में गर्म पानी पीना चाहिए या नहीं के अलावा बवासीर में छाछ पीना चाहिए या नहीं, बवासीर में घी खाना चाहिए या नहीं के बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराई है।

हमे उम्मीद है आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी, अगर आपको यह जानकारी बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं, बवासीर में घी खाना चाहिए या नहीं अच्छी लगी है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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