Grah Gochar 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार 30 मई को विनायक चतुर्थी है। इस शुभ अवसर पर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही चतुर्थी व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। इस व्रत की महिमा शास्त्रों में निहित है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 30 मई का दिन बहुत ही शुभ है। इस शुभ अवसर पर देवताओं के गुरु बृहस्पति देव नक्षत्र चरण बदलेंगे। इससे कई राशियों के लोगों के जीवन में सवेरा आएगा। गुरु देव की कृपा से हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही पैसों की समस्या भी दूर होगी। आइए जानते हैं-
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार देवगुरु बृहस्पति 30 मई को नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। 30 मई को देवगुरु बृहस्पति सुबह 05:26 बजे मृगशिरा नक्षत्र के अंतिम चरण में गोचर करेंगे। देवगुरु बृहस्पति के नक्षत्र परिवर्तन से दो राशियों के जातकों को लाभ होगा।
वृषभ
बृहस्पति की दृष्टि धन भाव पर है, जिससे धन संबंधी परेशानियां दूर होंगी, बिगड़े काम बनेंगे। सरकारी तंत्र से धन लाभ होगा। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। न्यायिक क्षेत्र में भी काम करने का अवसर मिल सकता है। कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। समय के साथ मान-सम्मान में वृद्धि होगी। धन-संपत्ति में वृद्धि होगी। व्यापार से जुड़े लोगों को भी लाभ मिल सकता है। धार्मिक यात्रा के योग बन रहे हैं। सरकारी नौकरी मिलने के योग बन रहे हैं। आप अपना काम ईमानदारी से करेंगे।
मिथुन
इस समय देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में विराजमान हैं। साथ ही आने वाले दिनों में बृहस्पति मृगशिरा नक्षत्र के अंतिम चरण में गोचर करेंगे। इससे मिथुन राशि वालों को जीवन में लाभ देखने को मिल सकता है। सरकारी सुख भी मिलेगा। सरकारी तंत्र से धन लाभ होगा। बिगड़े हुए काम बनेंगे। पिकनिक का प्लान बनेगा। परिवार के साथ धार्मिक यात्रा पर जाएंगे। दान-पुण्य में रुचि बढ़ेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। स्वभाव में विनम्रता रहेगी। आमदनी में बढ़ोतरी होगी, लेकिन लालच से बचना होगा।