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जैस्मिन का फूल कैसा होता है, जैस्मिन के फूल को हिंदी में क्या कहते है – Jasmine Ka Phool Kaisa Hota Hai

Information About Jasmine Flower In Hindi Name: जैस्मिन का फूल भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी बहुत लोकप्रिय माना जाता है, इस फूल को भारत में रात की रानी का फूल के नाम से भी जाना जाता है। इसका सबसे बड़ा कारण इसकी सुगंध और फायदे हैं। इस फूल के अंदर से मनमोहक खुशबू आती है। जो हमारे आस-पास के वातावरण को पूर्ण रूप से महकाकर आनंदमय बना देती है।

आज के इस लेख में हम आपको जैस्मिन फूल के बारे में जानकारी देने वाले है, जैसे की जैस्मिन का फूल कैसा होता है, जैस्मिन के फूल को हिंदी में क्या कहते है, जैस्मिन फूल के प्रकार आदि। तो आइये आज का यह लेख शुरू करते है और जानतें है इनफार्मेशन अबाउट जैस्मिन फ्लॉवर इन हिंदी –

जैस्मिन के फूल को हिंदी में क्या कहते है (Jasmine Flower In Hindi Name)

जैस्मिन के फूल को हिंदी में चमेली का फूल (Chameli Ka Phool) कहा जाता है।

जैस्मिन का फूल कैसा होता है (Jasmine Ka Phool Kaisa Hota Hai)

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चमेली का फूल बहुत ही सुंदर और सुगंधित फूल होता है। चमेली के फूल की खुशबू हर किसी को आकर्षित करती है। चमेली के फूल का पौधा एक झाड़ीदार या बेल वाला पौधा है, जिसमें कई आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं। चमेली के फूल की सुगंध बहुत तेज़ और अच्छी होती है, जिसके कारण इसका उपयोग इत्र बनाने में किया जाता है।

चमेली का फूल लगभग एक इंच आकार का होता है। यह अधिकतर सफेद या गुलाबी रंग में पाया जाता है। इस फूल की चार और पाँच पालियाँ होती हैं। फूल का केंद्र पालियों के बीच में होता है। जिसमें एक छेद होता है। इस छिद्र से कुछ पुंकेसर भी निकलते हैं।

जैस्मिन फूल के बारे में (Information About Jasmine Flower In Hindi Name)

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चमेली का फूल (Chameli Ka Phool) सबसे पुराने और सबसे सुगंधित फूलों में से एक है। चमेली के फूल को अपनी असाधारण खुशबू के कारण “फूलों की रानी” के रूप में पहचाना जाता है और इसे “खुशबू की रानी” या “भारत की बेले” भी कहा जाता है। इसमें 200 से अधिक विभिन्न प्रकार के चमेली के फूल भी आते हैं जो दुनियाभर के विभिन्न हिस्सों में उगते हैं।

चमेली के फूलों की उत्पत्ति सर्वप्रथम एशिया में शुरू हुई और बाद में यूरोप तक फैल गई। बाद में, यह देश के कई अन्य हिस्सों जैसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, फ्रांस और इटली में फैल गया। भारत देश में चमेली के फूल की कई प्रजातियाँ फैली हुई हैं।

चमेली के फूल को भारत में चमेली, मोतिया, जती, मल्लिगे, जूही, मोगरा या चांदनी जैसे विभिन्न नामों से पुकारा जाता है। भारत का सबसे प्रसिद्ध हिस्सा जो चमेली की खेती करता है वह जौनपुर, अजमेर, राणाघाट, जयपुर, उदयपुर, मदुरै, मैसूर, कोटा व आंध्र प्रदेश सहित महाराष्ट्र के अन्य हिस्से हैं।

चमेली का फूल दिन के समय बहुत कम सुगंध देता है। लेकिन जैसे ही रात होने लगती है, इसकी सुगंध फैलने लगती है। यह अपनी सुगंध के कारण लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। जब चमेली के पौधे पर कलियाँ खिलने लगती हैं, तो इसमें बहुत ज्यादा खुशबू होती है, जैसे-जैसे कलियाँ फूल बनने लगती हैं, उसकी खुशबू भी कम होने लगती है। पूरी दुनिया में इस फूल की 200 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इनमें से कुछ प्रगतिशील प्रजातियों के फूलों से चमेली का तेल निकाला जाता है।

वर्तमान समय में इस फूल की लगभग 40 प्रजातियाँ और 100 किस्में भारत के अंदर प्राकृतिक रूप से पाई जाती हैं। भारत में इसकी खेती सूखे और नमी वाले स्थानों पर बहुत आसानी से की जा सकती है। चमेली का पौधा लगाने का सही समय जून से नवंबर तक है। अगर इस पौधे को काटकर लगाया जाए तो इसमें लगभग 2 से 3 साल में फूल आने लगते हैं।

चमेली का फूल कई रंगों में पाया जाता है। भारत में ये फूल आमतौर पर सफेद और गुलाबी रंग में पाए जाते हैं। लेकिन अन्य देशों में प्रजाति के अनुसार यह पीला भी होता है। चमेली की बेल की ऊंचाई लगभग 10 से 15 होती है। अगर बेल की अच्छी तरह से देखभाल की जाए तो हर साल यह 1 से 2 फीट तक बढ़ जाती है।

वैसे तो चमेली का पौधा सदाबहार पौधों की सूची में आता है, लेकिन पतझड़ के मौसम में इसकी कुछ पत्तियां गिरने लगती हैं। इसकी पत्तियों का रंग हरा होता है, जिसकी ऊपरी सतह चिकनी और निचली सतह थोड़ी खुरदरी होती है। पत्तों की लम्बाई लगभग एक से दो इंच होती है। पत्तों की तरह इसकी शाखाएँ भी हरी और चिकनी होती हैं।

चमेली के फूल के प्रकार हिंदी में (Types Of Jasmine Flower In Hindi)

1. सामान्य चमेली का फूल

यह सबसे आम चमेली का फूल है जिसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। चमेली का फूल, जिसे ग्रीष्म चमेली (समर जैस्मिन) या कवि की चमेली भी कहा जाता है। यह फूल अपने भारत देश में उगाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय चमेली के फूलों (Chameli Ke Phool) में से एक है।

इसके फूलों में 5 पंखुड़ियाँ होती हैं, जो सफेद रंग की होती हैं और खुशबू लगभग 1 किमी की दूरी तक फैल सकती है। ये पौधे आपके बगीचे के लिए एक शानदार पेड़ हैं क्योंकि ये मनमोहक खुशबू व बड़े फूलों के साथ खिलते हैं।

2. मोगरा का फूल

पूर्वी हिमालय में उगाए जाने वाले इन फूलों में सुंदर सफेद पंखुड़ियों की कई परतें होती हैं। भारत में यह फूल साल भर खिलता है। अपने सुंदर सफेद रंग और मंत्रमुग्ध कर देने वाली खुशबू के साथ ये फूल आपके घर के लिए भी अद्भुत हैं। इस प्रकार के चमेली के फूल को बढ़ने और अच्छे से फूलने के लिए सामान्य तापमान की आवश्यकता होती है।

3. पीली चमेली

पीली चमेली के फूल हिमालय क्षेत्र में उगाए जाते हैं जिन्हें उगने व फूलने के लिए ठंडे तापमान की जरूरत पड़ती है। इन चमेली के फूलों का नाम उनकी खुशबू, पीले रंग और फूल की कीप जैसी आकृति के अनुसार रखा गया है।

4. स्टार चमेली

ये असली चमेली के फूल के पौधों की श्रेणी में नहीं आते हैं। हालाँकि, फूल को इसके रंग, सुगंध और समानता के कारण अभी भी चमेली की एक किस्म माना जाता है। ये लगभग सभी भारतीय घरों में पाए जाते हैं और किसी भी तापमान पर बढ़ सकते हैं। फूल सफेद रंग के होते हैं और आकाश के तारों की तरह फैले होते हैं, जिसके कारण इन्हें स्टार जैस्मीन कहा जाता है।

5. सफ़ेद चमेली

यह एक पहाड़ी चमेली का फूल है जो सदाबहार होता है और किसी भी प्रकार की जलवायु परिस्थिति में उग सकता है। ये पौधे तेजी से बढ़ते हैं और आमतौर पर घरों में सजावट के लिए उगाए जाते हैं। लाल-गुलाबी फूल और गहरे हरे पत्ते होते हैं।

6. गंधराज

ये पौधे गर्म क्षेत्रों में पनपते हैं और बढ़ने के लिए बहुत अधिक देखभाल चाहते हैं, फिर भी लोग इनकी सुंदरता के कारण इन्हें पसंद करते हैं। इन फूलों की खुशबू मोहक और यादगार होती है। लेकिन फिर भी गंधराज को नकली चमेली का फूल माना जाता है क्योंकि वे चमेली परिवार का हिस्सा नहीं हैं।

7. रात की रानी

इस प्रकार के चमेली के फूल सामान्य जलवायु क्षेत्रों और ठंडे क्षेत्रों में जीवित रह सकते हैं। इन फूलों को इनडोर फूलों के रूप में भी लगाया जा सकता है। ये फूल वर्ष में कम से कम चार (4) बार अलग-अलग मौसम में खिलते हैं। रात की रानी की खुशबू तेज़ होती है और 1 किलोमीटर से अधिक दूरी तक फैल सकती है।

8. जंगली चमेली

इस प्रकार के चमेली के फूल में पीले फूलों का एक गुच्छा होता है जिसमें बहुत कम या कोई सुगंध नहीं होती है और इसका रंग गहरा हरा होता है। ये अधिकतर जंगलों में उगाए जाते हैं और इन्हें बहुत कम देखभाल की आवश्यकता होती है। यह गर्म जलवायु में भी उग सकता है। इस पौधे में अन्य पौधों की तुलना में देर से फूल आते हैं।

9. रॉयल जैस्मीन

आयुर्वेद के मुताबिक रॉयल जैस्मीन की पत्तियों का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की हर्बल दवाओं में किया जाता है। इस तरह के चमेली के फूल को उगने के लिए सामान्य तापमान व हल्के गर्म मौसम की आवश्यकता होती है। इनके सुंदर और आकर्षक दिखने के कारण इन्हें मुख्य रूप से सजावट के लिए उपयोग किया जाता है। फूल सफेद-गुलाबी रंग के होते हैं और इनमें आकर्षक खुशबू होती है।

10. जापानी चमेली

इस तरह की चमेली बिना ज्यादा देखभाल के तेजी से बढ़ सकती है। यह गहरे हरे पत्तों और पीले फूलों वाला एक सदाबहार झाड़ी है। जब आप इस चमेली के फूल की पत्तियों को हर बार काटते हैं, तो यह ज्यादा झाड़ीदार हो जाता है, जिससे यह सजावट के लिए एक लोकप्रिय विकल्प के तौर पर सामने आता है।

FAQs

जैस्मिन के फूल को हिंदी में क्या कहा जाता हैं?
जैस्मिन के फूल को हिंदी में चमेली का फूल (Chameli Ka Phool) कहा जाता है।

चमेली सबसे अच्छा फूल क्यों है?
अपनी तेज और सुगंधित खुशबु के कारण।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको जैस्मिन के फूल के बारे में जानकारी (Jasmine Phool Ke Bare Me Jankari) दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख जैस्मिन फूल इन हिंदी (Jasmine Phool In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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